Padh Kar Tumhara Khat
पढ़ कर तुम्हारा खत मेरे
अरमान मचल गये
पढ़ कर तुम्हारा खत मेरे
अरमान मचल गये
ऐसा लगा की तुम्ही
गले आके लग गये
पढ़ कर तुम्हारा खत मेरे
खत पढ़ के हम तुम्हारा
सनम झूमते रहें
दिल से लगा लगा के
उसे चूमते रहें
आई तुम्हारी याद बहुत
रात भर सनम
अब तुम से डोर रहे नही
जी सकेंगे हम
नही जी सकेंगे हम
पढ़ कर तुम्हारा खत मेरे
अरमान मचल गये
ऐसा लगा की तुम्ही
गले आके लग गये
पढ़ कर तुम्हारा खत मेरे
तुम ने वो सब लिखा हैं जो
कहते थे तुम सनम
गाते हो जीने सुनके
हमे आती थी सारम
ज़ुल्फो में अपना चाहेरा
च्छूपा लेते थे जो हम
हम को मानने के लिए
खाते थे तुम कसम
खाते थे तुम कसम
पढ़ कर तुम्हारा खत मेरे
अरमान मचल गये
ऐसा लगा की तुम्ही
गले आके लग गये
पढ़ कर तुम्हारा खत मेरे
जज़्बात दहएके दहके हैं
हर बात बाहकि बाहकि
तेरे ख़याल से हैं
मेरी रात माहकि माहकि
खत में तुम्हारा चाहेरा
नज़र आगेया हूमें
अंदाज़ तेरे खत का
ताड़ पा गया हूमें
ताड़ पा गया हूमें
पढ़ कर तुम्हारा खत मेरे
अरमान मचल गये
पढ़ कर तुम्हारा खत मेरे
अरमान मचल गये
ऐसा लगा की तुम्ही
गले आके लग गये
पढ़ कर तुम्हारा खत मेरे