Kitni Baatein
होती है कैसी भला बेबसी
जाना है मैने तो बस ये अभी
ले चली जाने कहाँ ज़िंदगी
कितनी बातें आधी अधूरी
कितनी बातें हैं जो तुमसे ना केह पाया मैं
मुझे मिली वहाँ वफ़ा
जहाँ साँसें हुई है खफा
मुट्ठी से पानी की तरहा बही
उम्मीदें वो तेरी मेरी सभी
मुट्ठी से पानी की तरहा बही
उम्मीदें वो तेरी मेरी सभी
अब ये मंज़र है सब बंज़र है
क्या ज़मीं क्या फलक और क्या जहाँ
कितनी बातें आधी अधूरी
कितनी बातें हैं जो तुमसे ना केह पाया मैं
लम्हे वो आँखों से रिसने लगे
यादों मे सब मेरी जो थे जमे
लम्हे वो आँखों से रिसने लगे
यादों मे सब मेरी जो थे जमे
वो तड़पते हैं मुझसे लड़ते है
हश्र होगा एसा ये ना था पता आ आ आ आ आ