Maangi Duaein
Shraddha Pandit
यादों के सहारे जी रहे हैं आज भी
लमहें जो गुज़ारे वो पुकारें आज भी
बाँधे थे जो मन्नतों के धागे, जैसे खुल गए
पलकों पे ख़ाब थे, वो आँसुओं से धूल गए
माँगी दुआएँ, तू मिल जाए
माँगी दुआएँ आज भी
माँगी दुआएँ, तू फिर आए
माँगी दुआएँ आज भी
हो हो हो हो हो हो
जब से ख़तम हुआ तेरा मेरा सिलसिला
धड़कनें इस दिल से भी बेज़ार हैं
जैसे लगी नज़र किसी की, हम बिछड़ गए
ऐसे तड़पे हम कि जैसे मर गए
बस एक इल्तिजा क़ुबूल कर, मेरे खुदा
जो हम मिल गए तो फिर ना हो पाएँ जुदा
माँगी दुआएँ, तू मिल जाए
माँगी दुआएँ आज भी
माँगी दुआएँ, तू फिर आए
माँगी दुआएँ आज भी
सारे दर्द तेरे कर दे मेरे नाम तू
मेरी जाँ, मैं तुम पे हर खुशी को वार दूँ, whoa
हम्म हम्म हम्म
माँगी दुआएँ, तू मिल जाए हम्म