Kami Hai To Bas Itni
कमी है तो बस इतनी हैं
मोहब्बत के फसाने में
जिसे दिल ढूंढता हैं
वो नही मिलता ज़माने में
कमी है तो बस इतनी हैं
मोहब्बत के फसाने में
जिसे दिल ढूंढता हैं
वो नही मिलता ज़माने में
हुम्म…उम्म…अम्म
उसी का नाम दुनिया ने
मोहब्बत रख दिया शायद
उससी का नाम दुनिया ने
मोहब्बत रख दिया शायद
रख दिया शायद
वो इक सही जो नही सदियों से
कुदरत के खजाने में
जिसे दिल ढूंढता हैं
वो नही मिलता ज़माने में
हुम्म…उम्म…अम्म….
आ एयेए….आ आ एयेए
फकत दीवारो दर के पत्थरो
को घर नही कहते
फकत दीवारो दर के पत्थरो
को घर नही कहते
घर नही कहते
किसी का प्यार भी मुलाज़िम हैं
घर बना ने में
जिसे दिल ढूंढता हैं
वो नही मिलता ज़माने में
यहाँ सब अपनी अपनी मंज़िलो के
रास्तो में हैं
यहाँ सब अपनी अपनी मंज़िलो के
रास्तो में हैं
रास्तो में हैं
कोई उलझा हैं खोने में
कोई खोया हैं पाने में
जिसे दिल ढूंढता हैं
वो नही मिलता ज़माने में