Aalam - Aalam
घूम रहा जब तक
के दम में दम रहा
दिन के जाने पर
निहायत घूम रहा
मेरे रोने के
हक़ीकत जिस में थी
एक मुददात तक
वो काग़ज़ नाम रहा
आलम आलम इश्क़ जुनून हैं
आलम आलम इश्क़ जुनून हैं
दुनिया दुनिया तोहमत हैं
दरिया दरिया रोता हूँ मैं
दरिया दरिया रोता हूँ मैं
सेहरा सेहरा दहसत हैं
आलम आलम इश्क़ जुनून हैं
आलम आलम इश्क़ जुनून हैं
हम तो इसके में
ना चीज़ ठहरे
कोई ना इधर देखेगा
हम तो इसके में
ना चीज़ ठहरे
कोई ना इधर देखेगा
आँख उठा कर वो देखए तो
आँख उठा कर वो देखए तो
ये भी उसकी मुरब्बत हैं
आलम आलम इश्क़ जुनून हैं
आलम आलम इश्क़ जुनून हैं
खाक को आदम करके उठाया
जिसके दस्ते कुदरत ने
खाक को आदम करके उठाया
जिसके दस्ते कुदरत ने
कदर नही कुछ यूयेसेस बंदे की
कदर नही कुछ यूयेसेस बंदे की
ये भी खुदा की कुदरत हैं
आलम आलम इश्क़ जुनून हैं
आलम आलम इश्क़ जुनून हैं
कोई दम रोनक मज़िल इसकी
और भी हैं इश्स दम के साथ
कोई दम रोनक मज़िल इसकी
और भी हैं इश्स दम के साथ
यानी चरगे सुबह सहे हम
यानी चरगे सुबह सहे हम
दम अपना भी घनी मत हैं
आलम आलम इश्क़ जुनून हैं
आलम आलम इश्क़ जुनून हैं
दुनिया दुनिया तोहमत हैं
दरिया दरिया रोता हूँ मैं
दरिया दरिया रोता हूँ मैं
सेहरा सेहरा दहसत हैं
आलम आलम इश्क़ जुनून हैं
आलम आलम इश्क़ जुनून हैं