Son Chiraiya
Navin Manish
सोन चिरईया अब तो उड़नेवाली है
इस अंगना को सुना करनेवाली है
बिन चिड़िया के..हो
बिन चिड़िया के सारी बगिया खाली खाली है
सोन चिरईया अब तो उड़नेवाली है
लेहेक चेहेक नाजो पली मैं बचपन से
लेहेक चेहेक नाजो पली मैं बचपन से
प्यार के दाने ही चुगे इसे आँगन से
ये लाड़ली चिड़िया हो
ये लाड़ली चिड़िया कैसे अब उड्ड पाएगी
माँ बाबुल की यादे पलपल आएगी
सोन चिरईया अब तो उड़नेवाली है
इस अंगना को सुना करनेवाली है
आहि गयी आखिर विदा होने की घड़ी
आहि गयी आखिर विदा होने की घड़ी
देख लो जी भर के ज़रा बाबुल की गली
पल मिलन के थोड़े हो ओ ओ
पल मिलन के है थोड़े जुदाई अब आएगी
बैरन ये बिदाइ बाबुल का देश छुड़ाएगी