Woh Chand Sa Chehra Liye
वो चाँद सा चेहरा लिए छत पर तेरा आना
वो चाँद सा चेहरा लिए छत पर तेरा आना
जलवों के तेरे चाँद का भी मुह को छुपाना
वो चाँद सा चेहरा लिए छत पर तेरा आना
मिलते ही वो नज़र तेरी पलकों का झपकना
गुस्ताख़ निगाहों पे मेरी तेरा चमकना
घबरा के अजब से वो मेरा सर को झुकाना
वो चाँद सा चेहरा लिए छत पर तेरा आना
उलझे हुए बालों को लिए छत से उतरना
आईने के आगे वो तेरा आके सवरना
और मेरी ग़ज़ल पढ़के तुझे नींद न आना
वो चाँद सा चेहरा लिए छत पर तेरा आना
बेचैन कशुभर में गुजारने लगी राते
होने लगी छुप छुप के telephone पे बाते
कुछ याद तो होगा वो तुझे मेरा फ़साना
वो चाँद सा चेहरा लिए छत पर तेरा आना
जलवों के तेरे चाँद का भी मुह को छुपाना
वो चाँद सा चेहरा लिए छत पर तेरा आना