Tum Samne Baithi Raho
मेरे लिए तो बस वोही
पल है हसीन बहार के
तुम सामने बैठी रहो
मैं गीत गाऊं प्यार के
मैं गीत गाऊं प्यार के
मैं जानता हूँ प्यार की
पूजा यहाँ अपराध है
अपराध ये हर पल करूँ
मन में यही एक साद है
मन में यही एक साद है
मुझको मिली है ये खुशी
जीवन की बाज़ी हार के
तुम सामने बैठी रहो
मैं गीत गाऊं प्यार के
मैं गीत गाऊं प्यार के
सीखा नहीं मैंने कभी
संयम से मन को बाँधना
है साधना मेरी तुम्हारे
रूप की आराधना
रूप की आराधना
तुम साथ दो तो तोड़ दूं
सारे नियम संसार के
तुम सामने बैठी रहो
मैं गीत गाऊं प्यार के
मैं गीत गाऊं प्यार के