Shyam Ki Yaad Mein
श्याम की याद में रोते रोते
जीवन बिता जाए
आज भी मेरे मान की वीना
श्याम श्याम ही गये
चले गये गोपाल मोहन धाम
नैन भर आए
बिखर गया संगीत बिछड़ गया मीट
मुरलिया कौन सुनाए
चले गये गोपाल मोहन धाम
इस नगरी से मथुरा भली
जहा मुरली श्याम बजाए
शयं से श्याम की याद भली
जो आके कभी ना जाए
आके कभी ना जाए
रुत गये नंदलाल
बीत गये साल
मोहन नही आए
बिखर गया संगीत बिछड़ गया मीट
मुरलिया कौन सुनाए
चले गये गोपाल मोहन धाम
मिल ना सके चंदा से चकोरी
दर्शन तो हो जाए
ऐसी दुखिया प्रीत हमारी
दर्शन भी ना पाए
दर्शन भी ना पाए
तेरे बिना गोपाल हुआ ये हाल
जीवन नही भाए
बिखर गये संगीत बिछड़ गया मीट
मुरलिया कौन सुनाए
चले गये गोपाल मोहन धाम.