Preet Ka Rogi Ho Ya Jogi
अल्लाह तेरी खैर करे
मौला तेरी खैर करे
औ औ औ औ
दाता तेरी खैर करे
तेरे प्यार का पहला रोग लिया
फिर राख मली और जोग लिया
तेरी याद में एक सौदाई ने
ए यार बता क्या क्या न किया
अल्लाह तेरी खैर करे
मौला तेरी खैर करे
दिल इश्क की आगो में तपता है
तेरे नाम की माला जपता है
तेरे नाम की माला जपता है
तेरे हुस्न की खैर कह है तू
आ मिल जोगी से जहा है तू
जहा है तू
आ मिल जोगी से जहा है तू
कह है तू
तेरे कारन ये जग छोड़ दिया रे
तेरे कारन ये जग छोड़ दिया
ए यार बता क्या क्या न किया
अल्लाह तेरी खैर करे
मौला तेरी खैर करे
मेरी मंजिल सामने आई है
मेरे जोग ने इतना जान लिया
आँखे न जिसे पहचान सकी
आँखे न जिसे पहचान सकी
दिल ने तो उसे पहचान लिया
ढलते हुए दिन की धुप है ये
या इश्क का सच्चा रूप है ये
या इश्क का सच्चा रूप है ये
कुय भरी जवानी बहरूपिया रे
कुय भरी जवानी बहरूपिया
ए यार बता क्या क्या न किया
अल्लाह तेरी खैर करे
मौला तेरी खैर करे
औ औ औ दाता तेरी खैर करे