Na Karoon Band Tere Chhand
न करून बंद तेरे छन्द ठिंगू
ऐ ठिंगू तो मेरा नाम नहीं
न करूँ न करूँ तेरे छन्द ए ठिंगू
ऐ ठिंगू तो मेरा नाम नहीं
हे
कविता छोड़ रे चल दौड़ लम्बू
ऐ लम्बू ये तेरा काम नहीं
कविता कविता छोड़ रे चल दौड़ रे लम्बू
ऐ लम्बू ये तेरा काम नहीं
याद करा दूँगा मैं नानी नानी
नानी
याद करा दूँगा मैं नानी
पानी
जिसकी भैंस उसी की लाठी
जिसका घोडा उसी की काठी
नाच न जाने तका ठीक
नाच न जाने आंगन टेड़ा
तू तो है मथुरा का पेड़ा
गालियाँ देना बात है गन्दी
ये कविता है या तुकबंदी
हे हे हे
न दू मैं न दू मैं तोड़ तेरे जोड़
ठिंगू ऐ ठिंगू तो मेरा नाम नहीं
कविता कविता छोड रे चल दौड़ रे लम्बू
ऐ लम्बू
ये तेरा काम नहीं
एक तो देला उस पे खोता
एक तो छोटा उसपे मोटा
मैं लेखक संसार चलाऊ म्याऊ
मैं लेखक संसार चलाऊ
मैं सैनिक तलवार चलौ आजा
अरे आजा नहीं आजा जा आजा
सैनिक लेखक से न लड़ना
वह वह वह फिर से पढ़ना
सैनिक लेखक से न लड़ना
मारूँगा आगे ना बढ़ना
बोल गगन पे कितने तारे
आज गिनूंगा रात को प्यारे
ये गोरी मुझपे है मरती
लेकिन मुझसे प्यार है करती
तू माली तेरे हाथ में खुरपी
तू टेली तू टेली तेरे सर पे कोलु
नहीं नहीं नहीं क़ाफ़िए नहीं मिला
क़ाफ़िए नहीं मिला तो क्या हुआ
वजन से तो मरेगा