Lahoo Ko Lahoo Pukarega [Part 1]
लहू को लहू पुकारेगा
लहू को लहू पुकारेगा
लहू को लहू पुकारेगा
जनम जनम का बंधन
रग रग में मौजे मरेगा
लहू को लहू पुकारेगा
लहू को लहू पुकारेगा
इक सूरत के हो सकते है कैसे दो बेगाने
इक सूरत के हो सकते है कैसे दो बेगाने
आँखे तो पहचान रही है लेकिन दिल न माने
सच तो सच है
सच तो सच है
जूथ कहा तक अपने पाँव पसारेगा
लहू को लहू पुकारेगा
लहू को लहू पुकारेगा
कहा बिछडी और कहा पे आज मिली संतान
कहा बिछडी और कहा पे आज मिली संतान
दिल ही दिल में उमड़ रहा है ममता का तूफान
आँसू तो आँसू तो पि जाये कोई
जी को कैसे मरेगा
लहू को लहू पुकारेगा
लहू को लहू पुकारेगा
खून की दो बूंदों का संगम
राखी का बंधन
खून की दो बूंदों का संगम
राखी का बंधन
ये क्या जाने एक गोद में खेला इनका बचपन
अब तक जीत हो
अब तक जीत समय की लेकिन
समय भी एक दिन हरेगा
लहू को लहू पुकारेगा
लहू को लहू पुकारेगा.