Kabhi Aage Kabhi Pichhe
कभी आयेज कभी पिच्चे
कभी उपर कभी नीचे
कभी डाए मूड जाए
कभी बाए मूड जाए
जाने कहा कहा मुझे लेके चली
जाने कहा कहा मुझे लेके चली
मेरी लैला मेरी लैला
कभी आयेज कभी पिच्चे
कभी उपर कभी नीचे
कभी डाए मूड जाए
कभी बाए मूड जाए
लैला नाम की ताक्शय को
मिलते ग्राहक बेढंगे
जेब मे ना हो फूटी कोड़ी
कांगले बुखे नंगे
लेकिन आज मिली किस्मत से ऐसी मस्त सवारी
सवारी
जिस पर मीटर एंजिन एक्षेलाटोर
ब्रेके वारी
कभी आयेज कभी पिच्चे
कभी उपर कभी नीचे
कभी डाए मूड जाए
कभी बाए मूड जाए
पानी ओर पेट्रोल बराबर
फिर क्यू रुक गयी लैला
समझा सोटन क्यू बैठी
इस कारण जी है मैला
शक की जात बड़ी औरत की
कों इसे समझाए समझे
घोड़ा घास से प्यारा करे तो
बोलो क्या खाए