Jagat Ka Rakhwala Bhagwan
जो भी चाहे माँग ले
भगवान के मनदार से
कोई भी जाए ना खाली हाथ
इस दरबार से इस दरबार से
जगत का रखवाला भगवान
जगत का रखवाला भगवान
अरे इंसान उसे पहचान
अरे इंसान उसे पहचान
जगत का रखवाला भगवान
सब सर पर हाथ उसी का
उस के हाथ तारे
हरी नाम से मूर्ख पर्णी
मान की डोरी जोड़ ओ प्राणी
मान की डोरी जोड़
भूल के उसको भटका रहा तू
डगर ड्गार नादान
जगत का रखवाला भगवान
छ्चोड़ शरण दुनिया की बंदे
प्रभु चर्नो मे आ
छ्चोड़ शरण दुनिया की बंदे
प्रभु चर्नो मे आ
करनेवाला करेगा नये
मान की विपत सुना
हो जाएगी राम नाम से
हो जाएगी राम नाम से
हर मुश्किल आसान
जगत का रखवाला भगवान
अरे इंसान उसे पहचान
जगत का रखवाला भगवान.