Bhagwan Tera Insaan Dekh Le
भगवन तेरा इंसान
देख ले है कितना नादाँ देख ले है कितना नादाँ
अरे इसे तो झूठ-साँच की ज़रा नहीं पहचान
देख ले है कितना नादाँ देख ले है कितना नादाँ
मूरख मत झुठा भरमाना
वरना फिर होगा पछताना
कण-कण में वो बसा हुवा है कण-कण में वो बसा हुवा है पाये न पहचान रे
भगवन तेरा इंसान देख ले है कितना नादाँ
देख ले है कितना नादाँ
मीरा ने जब हरि गुण गाये
ज़हर पीए अमृत हो जाए काल बिहार बना फूलो का
काल बिहार बना फूलो का मीरा बनी महान रे
भगवन तेरा इंसान देख ले है कितना नादाँ
देख ले है कितना नादाँ
तू पत्थर में प्राण जगा दे धरती और आकाश हिला दे
आँखें होते अन्धे क्यों हैं आँखें होते अन्धे क्यों हैं ये तेरे इंसान रे
भगवन तेरा इंसान देख ले है कितना नादाँ
देख ले है कितना नादाँ
अरे इसे तो झूठ-साँच की ज़रा नहीं पहचान
देख ले है कितना नादाँ देख ले है कितना नादाँ
देख ले है कितना नादाँ देख ले है कितना नादाँ