Aji Humse Bachkar Kahan Jaiye Ga
JAIKSHAN SHANKAR, JAIPURI HASRAT
अजी हमसे बचकर कहाँ जाईयेगा
जहाँ जाइएगा हमें पाइयेगा
अजी हमसे बचकर
यह कैसा नशा है
यह कैसा असर है
ना काबू में दिल है ना बस में नज़र है
ज़रा होश आ ले चले जाईयेगा
ज़रा होश आ ले चले जाईयेगा
ठहर जाईयेगा ठहर जाईयेगा
अजी हमसे बचकर कहाँ जाईयेगा
जहाँ जाइएगा हमें पाइयेगा
अजी हमसे बचकर कहाँ जाईयेगा
जहाँ जाइएगा हमें पाइयेगा
अजी हमसे बचकर