Ae Musabbir Mere Mehboob Ki Tasveer
ए मुसब्बीर
ए मुसब्बीर मेरे महबूब की तस्वीर बना
ए मुसब्बीर मेरे महबूब की तस्वीर बना
तुझ से बन जाये ए ए
तुझ से बन जाये तो
बिगड़ी हुई तक़दीर बना
ए मुसब्बीर
जुल्फ ऐसी हो के बरसात भी पानी मांगे
जुल्फ ऐसी हो के बरसात भी पानी मांगे
सुर्ख होठों से ए
सुर्ख होठों से
हर इक फूल जवानी मांगे
ओ ओ ओ ओ ओ ओ
दिल जिन्हें चूम के
दिल जिन्हें चूम के
ज़ख़्मों की निशानी मांगे
नरगिसी आँखों में
काजल के वही तीर बना
ए मुसब्बीर
ए मुसब्बीर मेरे महबूब की तस्वीर बना
मैं तुझे हुस्न के अंदाज़ दिखाऊँ कैसे
मैं तुझे हुस्न के अंदाज़ दिखाऊँ कैसे
अपनी आँखें तेरे ए
अपनी आँखें तेरे चेहरे पे लगाऊँ कैसे
ओ ओ ओ ओ ओ ओ
तेरा दर छोड़ के ए
तेरा दर छोड़ के
अब जाऊँ तो जाऊँ कैसे
जिसमें उलझा रहूँ दिन रात
वो ज़ंज़ीर बना
ए मुसब्बीर
ए मुसब्बीर मेरे महबूब की तस्वीर बना
आज ये आखरी हसरत भी निकल जाने दे
आज ये आखरी हसरत भी निकल जाने दे
उसके जल्वों की
उसके जल्वों की जवान आग में जल जाने दे
ओ ओ ओ ओ ओ ओ
या मुझे मौत के ए
या मुझे मौत के कदमों पे मचल जाने दे
वरना जीने के लिए अब कोई तदबीर बना
ए मुसब्बीर