Aao Baccho Katha Suno Tum Bahart Ke Insaan Ki
आओ बच्चो कथा सुनो तुम भारत के इंसान की
जिसने पत्थर में देखि है सुरत उस भगवान की
आओ बच्चो कथा सुनो तुम भारत के इंसान की
जिसने पत्थर में देखि है सुरत उस भगवान की
हरिश्चंदर ने क़ुतुब बताया राम गए वनवास में
विष्णुचंदर की लीला देखि वृंदावन की रात में
पति प्रेम का बलखा शीशा राज इस्त्री के पास में
भक्तो के भगवान बटे हे भक्ति और विश्वास में
वे गुणी है चाँद तपस्या श्रद्धा और बलिदान की
जिसने पत्थर में देखि है सुरत उस भगवान की
आओ बच्चो कथा सुनो तुम भारत के इंसान की
जिसने पत्थर में देखि है सुरत उस भगवान की
मीरा सूर कबिरा तुलसी नानक की क्या बात थी
भक्ति का सूरज उगता था और श्रदा की रात थी
बापू की आँखों से बरसी उल्फत की बरसात थी
सभी राम के प्यारे थे नीलम की चांदनी रात के
अमर कहानी तुम्हे सुनाए अपने हिंदुस्तान की
जिसने पत्थर में देखि है सुरत उस भगवान की
आओ बच्चो कथा सुनो तुम भारत के इंसान की
जिसने पत्थर में देखि है सुरत उस भगवान की