Aa Aaja Mere Saathi Aaja
Bharat Vyas, Sardar Malik
आ जा मेरे साथी आ जा
आ जा मेरे साथी आ जा
आ जा मेरे साथी आ जा
आ जा मेरे साथी आ जा
यही यही जादू भरी मीठी मीठी तान
जिसको सुनकर डोलते मेरे तन मन प्राण
किस मुरली ने छीन ली मेरी सुबह और शाम
रातों की निंदिया गयी, दिन का गया आराम