Kali Kali Zulfon Ke [Lo-Fi]
FARRUKH FATEH ALI KHAN
ये झूठी नुमाइश ये झूठी बनावट
फरेबे नज़र है नज़र की लगावट
ये सुन्दल से केसू ये अरीश गुलाबी
ज़माने में लायेंगे इक दिन खराबी
फ़ना हमको करदे ना ये मुस्कुराना
अदा काफिराना चालान जालिमाना
दिखाओ ना ये इशवाओ नाज़ हमको
सिखाओ ना उल्फत के अंदाज हमको
किसी और पर ज़ुल्फ़ का जाल डालो
हमें जिंदा रहने दो ऐ हुस्न वालो
ना छेड़ो हमें हम सताए हुए हैं