Yeh Hum Jo Hijr Mein
यह हम जो हिज़्र में
दीवारों दर को देखते हैं
ये हम जो हिज़्र में
दीवारों दर को देखते हैं
कभी सवाल को कभी नाम बार को
देखते हैं
कभी सवाल को
वो आये घर में हमारे
खुदा की कुदरत हैं
कभी हम उनको
कभी अपने घर को देखते हैं
कभी हम उनको
कभी अपने घर को देखते हैं
कभी हम उनको
नज़र लगे न कहीं
नज़र लगे न कहीं
उनके दास्त बाजु को
यह लोग क्यों मेरे
हा ये लोग क्यों मेरे
ज़ख़्मी जिगर को देखते हैं
यह लोग क्यों मेरे
ज़ख़्मी जिगर को देखते हैं
यह लोग क्यों मेरे