Yeh Hai Pataal Ki Duniya
आज नहीं तोह कल
बिखर जायेंगे यह बदल
हंसते हुए चल
मेरे मानन
हंसते हुए चल
बीती हुई बातों पे
बीती हुई बातों पे
अब्ब रोने से क्या फल
हंसते हुए चल
मेरे मान
हंसते हुए चल
गुजर चूका है जो ज़माना
गुजर चूका है जो ज़माना
तू भूल जा उसकी धुन
जो आनेवाले दिन हैं
उनकी आवाज़ को सुन
मुझे पता है बड़े बड़े
तूफान हैं तेरे सामने
ख़ुशी ख़ुशी तो सहते जा
जो कुछ भी दिया है राम ने
अपनी तरह कितनो के
अपनी तरह कितनो के
यहाँ टूट चुके हैं महल
हंसते हुए चल
फूलों का सेहरा बांधनेवाले
इस दुनिया में अनेक
जो काँटों का ताज पहन
ले वह लाखों में एक
मेरे मन
वह लाखों में एक
गिरे बिजलिया गिरे बिजलिया
गिरे बिजलिया
गिरे बिजलिया
गिरे बिजलिया
फिर भी अपनी
टेक से तू मत ताल
हंसते हुए चल
मेरे मन
हंसते हुए चल
मेरी मुहब्बत
आज जलना
संभल के जरा चिराग
मेरी मुहब्बत
आज जलना
संभल के जरा चिराग
मैं कागज़ के घर में बैठी
लग न जाए आग
लग न जाए आग
मेरी किस्मत में
लग न जाए दाग
मेरी इज़्ज़त में
इस देश की नारी को
इस देश की नारी को
कोई कह न दे दुरबल
हंसते हुए चल
मेरे मन
हंसते हुए चल