Unse Nazren Milin
उनसे नज़रें मिली और हिजाब आ गया
उनसे नज़रें मिली और हिजाब आ गया
ज़िन्दगी में हसीं इन्किलाब आ गया
उनसे नज़रें मिली और हिजाब आ गया
आए
बेखबर थे उम्र के तक़ाज़ों से हम
बेखबर थे उम्र के तक़ाज़ों से हम
हमको मालूम न था ऐसे भी दिन आएंगे
आईना देखे तो आप अपने से शर्मायेंगे
हमको मालूम न था ऐसे भी दिन आएंगे
आईना
आईना देखे तो हाय हाय
आप अपने से शर्मायेंगे
बेखबर थे उम्र के तक़ाज़ों से हम
आज जाना कि सचमुच शबाब आ गया
आज जाना कि सचमुच शबाब आ गया
उनसे नज़रें मिली और हिजाब आ गया
आँख झुकती है क्यूँ सांस रूकती है क्यों
आँख झुकती है क्यूँ सांस रूकती है क्यों
इन सवालों का खुद से जवाब आ गया
इन सवालों का खुद से जवाब आ गया
उनसे नज़रें मिली और हिजाब आ गया
दिल के आने को हम किस तरह रोकते
दिल के आने को हम किस तरह रोकते
जिसपे आना था काना ख़राब आ गया (जिसपे आना था काना ख़राब आ गया)
जिसपे आना था काना ख़राब आ गया (जिसपे आना था काना ख़राब आ गया)
उनसे नज़रें मिली और हिजाब आ गया
ज़िन्दगी में हसीं इन्किलाब आ गया