Tumhari Mast Nazar Gar
तुम्हारी मस्त नज़र
तुम्हारी मस्त नज़र अगर इधर नहीं होती
नशे में चूर फ़िज़ा इस क़दर नहीं होती
तुम्हारी मस्त नज़र
आ आ आ आ आ आ
तुम्हीं को देखने की दिल में आरज़ूएं हैं
तुम्हीं को देखने की दिल में आरज़ूएं हैं
दिल में आरज़ूएं हैं
तुम्हारे आगे ही और ऊँची नज़र नहीं होती
तुम्हारे आगे ही और ऊँची नज़र नहीं होती
तुम्हारी मस्त नज़र
ख़फ़ा न होना अगर बढ़ के थाम लूँ दामन
ख़फ़ा न होना अगर बढ़ के थाम लूँ दामन
बढ़ के थाम लूँ दामन
ये दिल फ़रेब ख़ता जान कर नहीं होती
ये दिल फ़रेब ख़ता जान कर नहीं होती
तुम्हारे आने तलक हम को होश रहता है
तुम्हारे आने तलक हम को होश रहता है
हम को होश रहता है
फिर उस के बाद हमें कुछ खबर नहीं होती
फिर उस के बाद हमें कुछ खबर नहीं होती
तुम्हारी मस्त नज़र अगर इधर नहीं होती