Phool Bagiya Men Bulbul Bole
फुल बगिया में बुलबुल बोले
डाल पे बोले कोयलिया प्यार करो
प्यार करो रुत प्यार की आई रे
भंवरो से कहती हैं कलिया
हो जी हो हो जी हो हो जी हो
हो जी हो
ओ हो जी हो हो जी हो हो जी हो
हो जी हो हो जी हो हो जी हो
प्यार तो है तलवार की धार
जी प्यार की मुश्किल हैं गालिया
प्यार में राधा बावरि बन गयी
रटते रटते सवालिया
जो प्यार करते जग से ना डरते
प्रेमी अगन में पलते हैं
दीपक के तन में लॉ की लगन में
लाखो पतंगे जलते हैं
जान करे क़ुर्बान हिरन जब
गीत की बाजे बांसुरिया
प्यार करो
प्यार करो रुत प्यार की आई रे
भंवरो से कहती हैं कलिया
प्यार में राधा बावरि बन गयी
रटते रटते सवालिया
कौन करेगा प्रीत यहाँ जब
कोई किसी का मीत नहीं
प्रीत भरा संगीत नहीं तो
प्यार की जग में जित नहीं
तार बजे जब बिना के तब
प्यार की बाजे पायलिया
प्यार करो
प्यार करो रुत प्यार की आई रे
भंवरो से कहती हैं कलिया
प्यार में राधा बावरि बन गयी
रटते रटते सवालिया
हो जी हो हो जी हो
हो जी हो हो जी हो