O Shama Mujhe Phoonk De
ओ शमा मुझे फूँक दे
मैं ना मैं रहूं
तू ना तू रहे
यही इश्क़ का है दस्तूर
परवाने जा है अजब चलन
यहाँ जीते जी अपना मिलन
क़िस्मत को नहीं मंज़ूर
क़िस्मत को नहीं मंज़ूर
शाम से लेकर रोज सहर तक
तेरे लिए मैं हर रात जली
शाम से लेकर रोज सहर तक
तेरे लिए मैं हर रात जली
मैने तो हे ये भी ना जाना
कब दिन डूबा कब रात ढली
फिर भी है मिलने से मज़बूर
फिर भी है मिलने से मज़बूर
ओ शमा मुझे फूँक दे
मैं ना मैं रहूं
तू ना तू रहे
यही इश्क़ का है दस्तूर
यही इश्क़ का है दस्तूर
पतहर दिल हैं ये जगवाले
जाने ना कोई मेरे दिल की जलन
पतहर दिल हैं ये जगवाले
जाने ना कोई मेरे दिल की जलन
जबसे है जन्मी प्यार की दुनिया
तुझको है मेरी मुझे तेरी लगान
तुजहबीन ये दुनिया बेनूर
तुजहबीन ये दुनिया बेनूर
परवाने जेया है अजब चलन
यहाँ जीते जी अपना मिलन
क़िस्मत को नहीं मंज़ूर
क़िस्मत को नहीं मंज़ूर
हाय री क़िस्मत आँधी क़िस्मत
देख सकी ना मेरी तेरी खुशी
हाय री क़िस्मत आँधी क़िस्मत
देख सकी ना मेरी तेरी खुशी
हाय री उलफत बेबस उलफत
रोके ताकि जल जल्के मरी
दिल जो मिले किसका था कुसूर
दिल जो मिले किसका था कुसूर
ओ शमा मुझे फूँक दे
मैं ना मैं रहूं
तू ना तू रहे
यही इश्क़ का है दस्तूर
यही इश्क़ का है दस्तूर
परवाने जेया है अजब चलन
यहाँ जीते जी अपना मिलन
क़िस्मत को नहीं मंज़ूर
क़िस्मत को नहीं मंज़ूर