Mausam Ka Jaadu [Jhankar Beats]
Ten nine eight seven
Six five four three
Two one lets start the fun
ठण्डी ठण्डी पुरवैया में उड़ती है चुनरिया हे
धड़के मोरा जियारामा बाली है उमरिया
दिल पे नहीं क़ाबु
कैसा ये जादू
ये मौसम का जादू है मितवा
न अब दिल पे क़ाबू है मितवा
नैना जिसमें खो गये
दीवाने से हो गये
नज़ारा वो हर सू है मितवा
ओ ओ ये मौसम का जादू है मितवा
शहरी बाबू के संग मेम गोरी गोरी हे
ऐसे लागे जैसे चन्दा की चकोरी
फूलों कलियों की बहारें
चंचल ये हवाओं की पुकारें
हा
फूलों कलियों की बहारें
चंचल ये हवाओं की पुकारें
हमको ये इशारों में कहें हम
थम के यहाँ घड़ियाँ गुज़ारें
पहले कभी तो न हमसे
बतियाते थे ऐसे फुलवा
ये मौसम का जादू है मितवा
मितवा
न अब दिल पे क़ाबू है मितवा
नैना जिसमें खो गये (आ आ आ)
दीवाने से हो गये (आ आ आ)
नज़ारा वो हर सू है मितवा (आ आ आ)
ओ ओ ये मौसम का जादू है मितवा
सच्ची सच्ची बोलना भेद न छुपाना हे
कौन डगर से आये कौन दिशा है जाना
इनको हम ले के चले हैं
अपने संग अपनी नगरिया
हा हा हा
इनको हम ले के चले हैं
अपने संग अपनी नगरिया
हाय रे संग अन्जाने का
उस पर अन्जान डगरिया
फिर कैसे तुम दूर इतने
संग आ गई मेरे गोरिया
ये मौसम का जादू है मितवा
मितवा
न अब दिल पे क़ाबू है मितवा
नैना जिसमें खो गये (प प प प)
दीवाने से हो गये (प प प प)
नज़ारा वो हर सू है मितवा (प प प प)
ओ ओ ये मौसम का जादू है मितवा
मितवा