Maang Loonga Main Tujhe
माँग लूँगा मैं तुझे तक़दीर से
अरे जी नहीं भरता तेरी तस्वीर से
माँग लूँगा मैं तुझे तक़दीर से
अरे जी नहीं भरता तेरी तस्वीर से
माँग लूँगी मैं तुझे तक़दीर से
ओ जी नहीं भरता तेरी तहरीर से
यूँ धड़कता है कई रातों से दिल
बस गया समझो मेरे हाथों से दिल
क्या भरे ख़त की मुलाक़ातों से दिल
कैसे बहकाऊँ तेरी बातों से दिल
क्या कहूँ मैं इस दिल-ए-बेपीर से
अरे जी नहीं भरता तेरी तस्वीर से
माँग लूँगी मैं तुझे तक़दीर से
ओ जी नहीं भरता तेरी तहरीर से
हर सितम मंज़ूर है वैसे मुझे
नाम भूलेगा तेरा कैसे मुझे
याद आती है तेरी ऐसे मुझे
तूने इतनी दूर से जैसे मुझे
बाँध रखा है किसी जंज़ीर से
ओ जी नहीं भरता तेरी तहरीर से
माँग लूँगा मैं तुझे तक़दीर से
अरे जी नहीं भरता तेरी तस्वीर से
तेरे-मेरे शहर की ये दूरियाँ
हमने शामो-सहर की ये दूरियाँ
है क़यामत क़हर की ये दूरियाँ
हाए आठों पहर की ये दूरियाँ
कब मिलेंगे हम किसी तदबीर से
ओ जी नहीं भरता तेरी तहरीर से
माँग लूँगा मैं तुझे तक़दीर से
अरे जी नहीं भरता तेरी तस्वीर से