Maa Hi Ganga Maa Hi Jamuna
माँ ही गंगा माँ ही जमुना माँ ही तीरथ धाम
माँ ही गंगा माँ ही जमुना माँ ही तीरथ धाम
माँ का सर पर हाथ जो तेरे क्या ईश्वर का काम
बोलो क्या ईश्वर का काम
जय जय मैया तुझे प्रणाम
माँ आ आ आ
माँ आ आ आ
सूरज चंदा आँखे मा की, मस्तक है आकाश
सारी धरती गोद है उसकी, साँसे फूल सुहास
सूरज चंदा आँखे मा की, मस्तक है आकाश
सारी धरती गोद है उसकी, साँसे फूल सुहास
सागर सा आचल लहराए
सागर सा आचल लहराए
कुन्तल से घनश्यान काले कुन्तल से घनश्यान
जय जय मैया तुझे प्रणाम
माँ आ आ आ
माँ आ आ आ
माँ बोले तो सूरज निकले
रूठे तो हो रात
सब सुख तेरे साथ जो उसका प्यार हे तेरे साथ
उसकी ममता जेसे उतरे
उसकी ममता जेसे उतरे
परबत उपर शाम
जेसे परबत उपर शाम
जय जय मैया तुझे प्रणाम
माँ आ आ आ