Kitne Hi Salon Se
कितने ही सालों से मैं तेरे ख्यालों से
मैं करती रही हूँ प्यार
हा करती रही हूँ प्यार
आज तू क़रीब है जग नशीब है
दिल में शामा जा एक बार
दिल में शामा जा एक बार
वक़्त मेहरबान है रात भी जवान है
और खूबसूरत घडी हा
अब क्यों ये दूरिया कैसी मजबूरिया
मैं तेरे सामने खड़ी
आज अंग अंग अपना हर रंग ढंग अपना
कर दूंगी तुझपे निसार
दिल में शामा जा एक बार
हो दिल में शामा जा एक बार
कितने ही सालों से मैं तेरे ख्यालों से
मैं करती रही हूँ प्यार
हो करती रही हूँ प्यार
गोर रुख्सार ये उसपे निखार ये
कर गए है जादू
हो देख के सबब को खिलते गुलाब को
दिल में नहीं काबू
हुस्न तेरा तौबा तौबा कैसे सबल होगा
जलवे तेरे बेसुमार
हो दिल में शामा जा एक बार
आज तो करीब है
जाना नसीब है
दिल मैं समां जा एक बार
दिल मैं समां जा एक बार
कल थे जो सपने आज हुए अपने
जिनगी में आई बहार
वो मुलाक़ात है ये आज वो रात है ये
जिसका मुझे था इंतज़ार
हर सुबह शाम लेकर तेरा ही नाम लेकर
बचपन दिया है गुजर
हो दिल में शामा जा एक बार
कितने ही सालों से मैं तेरे ख्यालों से
करती रही हु प्यार
करती रही हु प्यार
आज तू करीब है
जाएगा नसीब है
हो दिल में शामा जा एक बार
हो दिल में शामा जा एक बार