Khushi Achhi Hai
ख़ुशी अच्छी है हमें
और ना मलाल अच्छा है
हमको जिस हाल में रखे
वही हाल अच्छा है
किस्मत ने हमको
ज़ुल्म उठाना सीखा दिया
किस्मत ने हमको
ज़ुल्म उठाना सीखा दिया
दर्द ए जिगर को दिल में
छुपाना सिखा दिया
दर्द ए जिगर को दिल में
छुपाना सिखा दिया
किस्मत ने हम को
ज़ुल्म उठाना सीखा दिया
अब तो मुसीबतों से
भी राहत सी हो गयी
कुछ इतनी खाई
ठोकरे आदत सी हो गई
दर दर की हम को
ठोकरें खाना सिखा दिया
दर दर की हम को
ठोकरें खाना सिखा दिया
किस्मत ने हम को
ज़ुल्म उठाना सीखा दिया
दिल में जो चीज़ उठे तो
आहे ना भर सके
दिल में जो चीज़ उठे तो
आहे ना भर सके
दुनिया के तीर खाते
रहे उफ़ ना कर सके
अपने लहू से प्यास
बुझाना सिखा दिया
अपने लहू से प्यास
बुझाना सिखा दिया
किस्मत ने हम को
ज़ुल्म उठाना सीखा दिया
किस्मत ने हम को
ज़ुल्म उठाना सीखा दिया