Dil Ki Kashti Bhanwar Men Aai Hai
मुस्किल मे अगेर मेरे मौला
एक तेरा सहारा मिल जाए
बढ़ती हुई मोजे रुक जाए
कश्ती को किनारा मिल जाए
दिल की कश्ती भंवर मे आई है
कमली वाले तेरी दुहाई है
दिल की कश्ती भंवर मे आई है
यानो भी मेरी इलतज़ल सुन ले
तू अगेर सुन ले तो खुदा सुन ले
मैने तुझही से लौ लगाई है
दिल की कश्ती भंवर मे आई है
उलझनों मे है आज दिल मेरा
क्या करू खौफ है ज़माने का
चुप रहु मैं तो बेवफ़ाई है
दिल की कश्ती भंवर मे आई है
कमली वाले तेरी दुहाई है
है दो राहें पे काफिला दिल का
तुझपे छोड़ा है फ़ैसला दिल का
तेरे आगे जब भी झुकाई है
दिल की कश्ती भंवर मे आई है
कमली वाले तेरी दुहाई है