Bhar Bhar Aaye Ankhiyan
भर भर आए अंखिया, हो मोरा चुप चुप रोए रे जिया
अपने ही हाथो आग लगाई, हाए मैने ये क्या किया
भर भर आए अंखिया, हो मोरा चुप चुप रोए रे जिया
अपने ही हाथो आग लगाई, हाए मैने ये क्या किया
भर भर आए अंखिया
सोई है दुनिया कोई नही जागे
मैं हू अकेली मेरा दिल नही लागे
सोई है दुनिया कोई नही जागे
मैं हू अकेली मेरा दिल नही लागे
रैन डराए रे चैन ना आए, हाए मैने ये क्या किया
भर भर आए अंखिया, हो मोरा चुप चुप रोए रे जिया
अपने ही हाथो आग लगाई, हाए मैने ये क्या किया
भर भर आए अंखिया
कभी है अंधेरा कभी है उजाला
किस्मत का है खेल निराला
कभी है अंधेरा कभी है उजाला
किस्मत का है खेल निराला
फुलो के बदले काटो की माला, हाए तूने ये क्या किया
भर भर आए अंखिया, हो मोरा चुप चुप रोए रे जिया
अपने ही हाथो आग लगाई, हाए मैने ये क्या किया
भर भर आए अंखिया