Bhanware Ne Khilaya Phool
भँवरे ने खिलाया फूल
फूल तो ले गया राज कुंवर
भँवरे तू केहना न भूल
फूल तुझे लग जाये मेरी उम्र
भँवरे ने खिलाया फूल
फूल तो ले गया राज कुंवर
है हां हां हां अहह
भँवरे ने खिलाया फूल
फूल तो ले गया राज कुंवर
भँवरे ने खिलाया फूल
फूल तो ले गया राज कुंवर
भँवरे तू केहना न भूल
फूल तेरा हो गया इधर उधर
भँवरे ने खिलाया फूल
फूल तो ले गया राज कुंवर
वो दिन अब न रहे
क्या क्या विपदा पड़ी फूल
पर कैसे फूल कहे
वो दिन अब न रहे
होनी यहॉ अनहोनी जाने इसे विधाता
छूटे हर शिंघार
गिरा टुटा गलहार हर नाता
शेष फूल मिला गया धूल
में क्या क्या दुखन सहे
वो दिन अब न रहे
भँवरे तू केहना न भूल
फूल दलि से उतर गया इधर
सुख दुःख आये जाए जाए
सुख दुःख आये जाए जाए
सुख की भूख न दुःख की चिंता
प्रीत जिसे अपनाये
सुख दुःख आये जाए
मीरा ने पिया विष का प्याला
विष को भी अमृत कर डाला
प्रेम का ढाई अक्षर पढ़
के मस्त कबीरा गाये
सुख दुःख आये जाए
भँवरे तू केहना न भूल
फूल गुज़रे दिन गए गुज़ार
भँवरे ने खिलाया फूल
फूल तो ले गया राज कुंवर
आ आ आ आ आ
न न रे न
होली फूल फुलवारी में
भँवरा गन गन
गन गन गन गाए
काहे सोवत नीरा जगाये
काहे सोवत नीरा जगाये
लाखों में किस एक
फूल ने लाखों फूल खिलाये
मंद मंद मुस्काये
काहे सोवत निन्दिया जगाये
भँवरे तू केहना न
भूल फूल तेरा मधुर
नहीं मधुकर
भँवरे ने खिलाया फूल
फूल तो ले गया राज कुंवर
भँवरे तू केहना न भूल
फूल मेरा सुन्दर सरल सुधर
भँवरे ने खिलाया फूल
फूल तो ले गया राज कुंवर
तू ही मेरा सुन्दर सरल सुधर
फूल को ले गया राज कुंवर
तू ही मेरा सुन्दर सरल सुधर
फूल को ले गया राज कुंवर