Yeh Shaam Mastani [Kishore Lofi]
ये शाम मस्तानी
मदहोश किये जाये
मुझे डोर कोई खींचे
तेरी और लिए जाए
ये शाम मस्तानी
मदहोश किये जाये
मुझे डोर कोई खींचे
तेरी और लिए जाए
दूर रहती है तू
मेरे पास आती नहीं
होठों पे तेरे कभी
प्यास आती नहीं
ऐसा लगे जैसे कि तू
हँसके ज़हर कोई पिए जाए
ये शाम मस्तानी
मदहोश किये जाये
मुझे डोर कोई खींचे
तेरी और लिए जाए
ये शाम मस्तानी
मदहोश किये जाये
मुझे डोर कोई खींचे
तेरी और लिए जाए
ये शाम मस्तानी
मदहोश किये जाये
मुझे डोर कोई खींचे
तेरी और लिए जाए