Yeh Dard Bhara Afsana [Revival]
ये दर्द भरा अफ़साना
सुनले अनजान ज़माना ज़माना
मैं हूँ एक पागल प्रेमी
मेरा दर्द ना कोई जाना
मैं हूँ एक पागल प्रेमी
मेरा दर्द ना कोई जाना
ये दर्द भरा अफ़साना
सुनले अनजान ज़माना ज़माना
मैं हूँ एक पागल प्रेमी
मेरा दर्द ना कोई जाना
कोई भी वादा याद ना आया
कोई कसम भी याद ना आयी
मेरी दुहायी सुन ले ख़ुदाई
मेरे सनम ने की बेवफाई
दिल टूट गया दीवाना
सुनले अनजान ज़माना ज़माना
मैं हूँ एक पागल प्रेमी
मेरा दर्द ना कोई जाना
मैं हूँ एक पागल प्रेमी
मेरा दर्द ना कोई जाना
फूलों से मैंने दामन बचाया
राहों में अपनी कांटे बिछाए
मैं हूँ दीवाना दीवानगी में
एक बेवफा से नेहा लगाए
जो प्यार को ना पहचाना
सुनले अनजान ज़माना ज़माना
मैं हूँ एक पागल प्रेमी
मेरा दर्द ना कोई जाना
मैं हूँ एक पागल प्रेमी
मेरा दर्द ना कोई जाना
यादे पुरानी आने लगी क्या
ऑंखें झुकाली क्या दिल में आया
देखो नज़ारा दिलबर हमारा
कैसे हमारी महफ़िल में आया
है साथ कोई बेगाना
सुनले अनजान ज़माना ज़माना
मै हूँ एक पागल प्रेमी
मेरा दर्द ना कोई जाना
मैं हूँ एक पागल प्रेमी
मेरा दर्द ना कोई जाना