Mere Sukh Dukh Ka Sansar
मेरे सुख दुख का संसार
तेरे दो नयनन में
मेरे सुख दुख का संसार
तेरे दो नयनन में
इकरार कभी इनकार
इकरार कभी इनकार
तेरे दो नयनन में
दो नयनान में
सुख दुख का संसार
मेरे सुख दुख का संसार
तेरे दो नयनन में
कोई सीखे इनसे सितम ढाना
हो सितम ढाना
कोई सीखे कोई सीखे इनसे सितम ढाना
झुक झुक के कुछ कुछ फरमाना
फिर उठ कर साफ मुकर जाना
झुक झुक के
झुक झुक के कुछ कुछ फरमाना
फिर उठ कर साफ मुकर जाना
कभी प्यार कभी तकरार
कभी तकरार
तेरे दो नयनन में
दो नयनन में
सुख दुख का संसार
मेरे सुख दुख का संसार
तेरे दो नयनन में
यही दोस्त यही दुश्मन जैसे
हो दुश्मन जैसे
यही दोस्त यही दोस्त
यही दुश्मन जैसे
पल में कांटे की चुभन जैसे
पल मे खिल जाए चमन जैसे
पल में कांटे की चुभन जैसे
पल मे खिल जाए चमन जैसे
कभी हार कभी गुलज़ार
तेरे दो नयनन में
दो नयनन में
सुख दुख का संसार
तेरे दो नयनन में
मेरे सुख दुख का संसार
तेरे दो नयनन में