Kachche Ghade Hain [Sad]
ANANDJI KALYANJI, SHYAMLAL HARLAL RAI INDIVAR
तेरी मंजिल माना है मुश्किल
फिर भी तन्हा चलना होगा
देना हो जो सबको उजाले
सूरज बनकर जलना होगा
तेरे सिवा तेरा कोई नहीं है
पीछे मुड़कर किसको फूकारे
कच्चे घड़े है साथी सारे
कच्चे घड़े है साथी सारे