Kabhi Khili Dil Ki Kali [Long]
कभी खिली दिल की कली
गम की भी हवा चली
कभी फ़िज़ा कभी है बहार
यही तो है दुनिया यही है संसार
कोई नहीं छोटा यहाँ
कोई नहीं बड़ा यहाँ
किस्मत का क्या है जुबान
यही तो है दुनिया यही है संसार
कोई नहीं छोटा यहाँ
कोई नहीं बड़ा यहाँ
लपकी थी बिजली सी दिल में
उनसे जब जब नज़रे मिली
कितनी ही बाते चाहा कहना
लेकिन जुबां ना खुली
कितनी भी बाते चाहा कहाँ
लेकिन जुबां ना खुली
दिल में छुपा रहा दिल का प्यार
यही तो हैं दुनिया यही हैं संसार
कोई नहीं छोटा यहाँ
कोई नहीं बड़ा यहाँ
बसे है दिल में अरमा इतने
जिनका हिसाब नहीं
पुरे होंगे इनमे कितने
कोई जवाब नहीं
पुरे होंगे इनमे कितने
कोई जवाब नहीं
एक है दिल सपने हज़ार
यही तो हैं दुनिया यही हैं संसार
कोई नहीं छोटा यहाँ
कोई नहीं बड़ा यहाँ
जीवन की लम्बी लम्बी राहें
ले जाएँगी कहाँ
टल ना सकेगी जुदाई
फिर भी आशाये है ज़वा
टल ना सकेगी जुदाई
फिर भी आशाये है ज़वा
मिलन की आरजू बरक़रार
यही तो हैं दुनिया यही हैं संसार
कोई नहीं छोटा यहाँ
कोई नहीं बड़ा यहाँ
लालालालालालाला