Hash De Ik Kash
आ आ आ आ आ आ
हैश दे एक कश के मैं दूर चला जाऊं
घूमते घूमते मैं कही खो जाओ
आ आ आ आ आ आ
हैश दे एक कश के मैं दूर चला जाऊं
घूमते घूमते मैं कही खो जाओ
अब तो रात भी लगने लगी सुबह
सुबह पूछती है मेरे जीने की वजह
हैश दे एक कश के मैं दूर चला जाऊं
घूमते घूमते मैं कही खो जाओ
आ हा हम्म हम्म
कहेना मुझको है मैं तुझसे हु रूठा
मेरे मालिक तू मुझको ले उठा
हैश दे एक कश के मैं दूर चला जाऊं
घूमते घूमते मैं कही खो जाओ
हैश दे एक कश के मैं दूर चला जाऊं
घूमते घूमते मैं कही खो जाओ