Baazi
हम तुमसे जब मिलें
मिलते ही रहे
तुम्हें देख के मुझे लगता है
मेरे दिल को एक मिली है शांति
काफी हम फिरे
तुम तब जाके मिले
लगता नहीं ये सच है
या कोई ख्वाब है
मेरा तो फन्ना कर दो
और निकल के तू सच में आजा
इस दुनिया से मुझको चुरा जा
जानती अभी क्या हो तुम मेरे प्यार को
के मेरे जैसा कोई नहीं है
ये मेरी होके सबको बता जा
तुम देख लो है आखिरी
खेली मैंने है ये बाज़ी
तुम्हें जीत लून खुद हार के
मैं बस रुका हूँ तुम कब हो राज़ी
ना ना ना ना ना
खेली मैंने है ये बाज़ी
मैं बस रुका हूँ तुम कब हो राज़ी
बादलों से परे एक जहाँ है
क्या जाना तुम वहां पे रहती हो
वहां पे रहती हो
मैंने सुना है के दिल को
संभाले तुम कब से
यहाँ पे बैठी हो
यहाँ पे बैठी हो
जो खा चूका हूँ चोटें
उनको तुम शफा कर दो
और निकल के तू सच में आजा
इस दुनिया से मुझको चुरा जा
जानती अभी क्या हो तुम मेरे प्यार को
के मेरे जैसा कोई नहीं है
ये मेरी होके सबको बता जा
तुम देख लो है आखिरी
खेली मैंने है ये बाज़ी
तुम्हें जीत लून खुद हार के
मैं बस रुका हूँ तुम कब हो राज़ी
ना ना ना ना ना
ना ना ना ना ना
तुम देख लो है आखिरी
खेली मैंने है ये बाज़ी
तुम्हें जीत लून खुद हार के
मैं बस रुका हूँ तुम कब हो राज़ी
ना ना ना ना ना