Khari Khari
खरी-खरी
रे इश्क़ ने खरी-खरी
सुना दी खरी रे सैयाँ
सुना दी खरी रे सैयाँ
खरी-खरी
रे इश्क़ ने खरी-खरी
सुना दी खरी रे सैयाँ
सुना दी खरी रे सैयाँ
रे आँधी रुकी ना थमी
रे सांझ ना दिन में ढली
प्रीत के गाँव में पाँव पड़े थे
संग थारे जग छोड़ चले थे
रे पग-पग बेचैनी
रे आहट शोर बनी
सारे सैयाँ हुए चोखे नज़ारे
रांझन यार ने किया ये क्या रे
खरी-खरी
रे इश्क़ ने खरी-खरी (खरी-खरी)
सुना दी खरी रे सैयाँ
सुना दी खरी रे सैयाँ
ए आआआ ओओ आआआ
नीले रंग री-री चुनड़ी , छ्चात पद्या रंग जाए रे, हो
टानू गिनरी दोस्ती, पीड पद्या भग जाए
रे आँधी रुकी ना थमी
रे सांझ ना दिन में ढली
प्रीत के गाँव में पाँव पड़े थे
संग थारे जग छोड़ चले थे
रे पग-पग बेचैनी
रे आहट शोर बनी
सारे सैयाँ हुए चोखे नज़ारे
रांझन यार ने किया ये क्या रे
खरी-खरी
रे इश्क़ ने खरी-खरी
सुना दी खरी रे सैयाँ
सुना दी खरी रे सैयाँ
खरी-खरी
रे इश्क़ ने खरी-खरी
सुना दी खरी रे सैयाँ
सुना दी खरी रे सैयाँ