Pareshaniyan
चाहे तो छू ले वो तू सातों आसमान
खुद से डरता क्यूँ है यह तो तू बता
परेशानियाँ तो आएँगी
हर पल तुझे सताएँगी
और मुश्किलाईं बढ़ती जाएँगी
पर तू ना हो ना खफा
चाहे तो कर ले तू उन तूफ़ानो को पार
कल भी नया दिन है तू मान ना ना हार
हू परेशानियाँ तो आएँगी
हर पल तुझे सताएँगी
और मुश्किलें बढ़ती जाएँगी
पर तू ना हो ना खफा
खफा
खफा
खफा
तू ना होना खफा
तू ना होना खफा
तू ना होना खफा
चाहे तो छू ले वो तू सातों आसमान
खुद से डरता क्यूँ है यह तो तू बता
परेशानियाँ तो आएँगी
हर पल तुझे सताएँगी
और मुश्किलें बढ़ती जाएँगी
पर तू ना हो ना खफा