Ishq Zinda Rahega
तेरा इश्क़ मेरी इबादत है
तेरा ज़िक्र मेरी ज़िंदगी
तू ख्यालों में रहता है
इस तरह जैसी दिल की
धड़कन चल रही
तेरा नूर नज़र आता है
ऐ क़ादर तेरी कुदरत में
तेरी महक हर एक ज़र्रे से
रूह तक फैली हुई
इश्क़ जिंदा रहेगा ,इश्क़ जिंदा रहेगा
इश्क़ जिंदा रहेगा ,इश्क़ जिंदा रहेगा
जिस्म मर जाएँगे , ना वापिस आएँगे
जिस्म मर जाएँगे , ना वापिस आएँगे
पर तू सदा रहेगा , इश्क़ जिंदा रहेगा
इश्क़ जिंदा रहेगा ,इश्क़ जिंदा रहेगा
न मुरशिद कहीं गया न मुरीद गए हैं
न मुरशिद कहीं गया न मुरीद गए हैं
दुनिया की तंग दिली से, दूर दोनों रहे हैं
ये तब तक रहेंगे ,रहेंगे रहेंगे
ये तब तक रहेंगे ,जब तक खुदा रहेगा
इश्क़ जिंदा रहेगा ,इश्क़ जिंदा रहेगा
इश्क़ जिंदा रहेगा ,इश्क़ जिंदा रहेगा
ये महफ़ूज रहता है , दिल के आशियानों में
ये महफ़ूज रहता है , दिल के आशियानों में
इसे होते हैं सजदे जमीन और आसमानों के
तेरी बात कहेंगे ,कहेंगे ,कहेंगे
तेरी बात कहेंगे ,ये दिल कहता रहेगा
इश्क़ जिंदा रहेगा ,इश्क़ जिंदा रहेगा
इश्क़ जिंदा रहेगा ,इश्क़ जिंदा रहेगा
है नूर हक़ीक़त ये ,ज़िंदगी तो है सपना
है नूर हक़ीक़त ये ,ज़िंदगी तो है सपना
नफरत में वीराने हैं ,महोबत में यकीन रखना
प्यार वाले न रुकेंगे ,रुकेंगे न रुकेंगे
प्यार वाले न रुकेंगे ,कारवां चलता रहेगा
इश्क़ जिंदा रहेगा ,इश्क़ जिंदा रहेगा
इश्क़ जिंदा रहेगा ,इश्क़ जिंदा रहेगा