Mein Hoon Tanha
जैसे होती हैं सूरज की रातायन क़ुरबान
हे ये ज़िंदगी, तायरे आँखों के नाम
तू मयरी रूह की खुश्बू, तू आसमान की इंतिहा
हमे तो ये बातयन, सब झूती लगीं
मैं मुस्कुराने लगा
मैं पास आने लगा
तू मुस्कुराने लगी
क्यूँ डोर जाने लगी
मैं मुस्कुराने लगा
मैं पास आने लगा
मैं हूँ, मैं हूँ
मैं हूँ तन्हा
जाने क्यूँ तुझ से कभी, हूईन ना बातयन वोही
नज़रों नई रूह ना दयखहई, जाने क्यूँ पलकान मिलीं
तू मयरी रूह की खुश्बू, तू आसमान की इंतिहा
हमे तो ये बातयन, सब झूती लगीं
मैं मुस्कुराने लगा
मैं पास आने लगा
तू मुस्कुराने लगी
क्यूँ डोर जाने लगी
मैं मुस्कुराने लगा
मैं पास आने लगा
मैं हूँ, मैं हूँ
मैं हूँ तन्हा
वो हमारी बातयन हैं अब इधर, सामने
हम वोहीं हैं
उस जहाँ की साँसाइन तीन मयरे पास, कहाँ गयीं
हम यहीं हैं
हम यहीं हैं, हूँ यहीं हैं
तू आज़माने लगी
मैं मुस्कुराने लगा
मैं पास आने लगा
तू मुस्कुराने लगी
क्यूँ डोर जाने लगी
मैं मुस्कुराने लगा
मैं पास आने लगा
मैं मुस्कुराने लगा (मैं मुस्कुराने लगा)
मैं हूँ तन्हा