Na Yeh Pyar Hai
ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म ह्म
ना ये प्यार है, ना इकरार है
फिर भी दिल क्यूँ रोने को बेकरार है
जाने क्यूँ किसी को किसी का
इंतज़ार है, इंतज़ार है
ये कैसी आस है, ना कोई ख़ास है
ना कोई पास है
ये कैसी आस है, ना कोई ख़ास है
ना कोई पास है
पास जाने को उसके क्यू बेकरार है
खुद को ही चल रहा
रोने को दिल कह रहा
ना कुछ दे दिया है
ना कुछ ले लिया है
फिर भी अंजाने
रिश्तों ने जन्म ले लिया है
ये कैसी आस है, ना कोई ख़ास है
ना कोई पास है
जाने क्यू जाने क्यू जाने क्यू
पल में लग जाती भीड़
पल में अकेलापन
ऐसा क्यूँ होता है
जब दिल रोता है
दिल क्यूँ जलता है
खुद को ही चलता है
नींदें उड़ जाती है
दिल को सताती है
ज़िंदगी जीने के लिया
ज़िंदगी कीमत चुकाती है
ये कैसी आस है, ना कोई ख़ास है
ना कोई पास है
ये कैसी आस है, ना कोई ख़ास है
ना कोई पास है