Har Dafa [1MinMusic]
Himanshi Khurana
इस और में जवानियाँ
उस और में जवानियाँ
तेरी और ही आवनियाँ हर दफा
जो खुद को तलाशूँ
कभी कहीं जो में तुझ में ही पवनियाँ हर दफा
हर दफा क्यों मुझमे डर लग्गी सी जग रही हे हर दफा
ये मुझमे कुछ नशा सा क्र रही हे हर दफा
इश्क में पागल ये हवा क्या क्र रही हे हर दफा
ये मुझमे कुछ नशा सा क्र रही हे हर दफा
हर दफा हर दफा हर दफा