Pyar Bechti Hoon
KETAN MEHTA, RANJIT BAROT
प्यार बेचती हूँ
मैं प्यार बेचती हूँ
एक बार नही
बार बार बेचती हूँ
हाँ प्यार बेचती हूँ
मैं प्यार बेचती हूँ
एक बार नही
बार बार बेचती हूँ
अगर चाहिए कच्ची कली
बिल्कुल कोरी जैसी गोरी
जो शरमाये कुच्छ घबराए
फिर पिघले तो बरसे
और प्यास बुझा दे
जो याद रहें हर दम
वो करार बेचती हूँ
हाँ प्यार बेचती हूँ
अगर चाहिए चंचल तितली
रंग बेरंगी सहन सुंदरी
जो ललचाए जो उलझाए फिर
मचले अदा से तूफान जगा दे
हो दिल के आर पार
वो धार बेचती हूँ
मैं प्यार बेचती हूँ
अगर पसंद हो कातिल बिजली
चीज़ पीर सी नज़र जहर सी
जो तरसाए कुच्छ तडपाए
फिर पल भर को चमके
तो होश उड़ा दे
जो आग लगा दे वो
अंगार बेचती हूँ
प्यार बेचती हूँ
मैं प्यार बेचती हूँ
एक बार नही बार बार बेचती हूँ
हाँ प्यार बेचती हूँ
मैं प्यार बेचती हूँ
एक बार नही बार बार बेचती हूँ