Kya Khabar Thi
आ आ आ आ आ आ आ
क्या ख़बर थी की मैं, इस दर्जा बदल जाऊँगा
क्या ख़बर थी की मैं, इस दर्जा बदल जाऊँगा
तुझको खों दूँगा तेरे ग़म से
संभल जाऊँगा
तुझको खों दूँगा तेरे गम से
संभल जाऊँगा
क्या ख़बर थी
अजनबी बनके मिलूँगा, मैं तुझे महफ़िल में
अजनबी बनके, अजनबी बनके
अजनबी बनके मिलूँगा, मै तुझे महफ़िल में
तूने छेड़ी भी तो, मैं बात बदल जाऊँगा
तूने छेड़ी भी तो, मैं बात बदल जाऊँगा
तुझको खों दूँगा तेरे गम से
संभल जाऊँगा
क्या ख़बर थी की