Bheed Mein Ek Ajnabi
भीड़ में एक अजनबी का
सामना अच्च्छा लगा
भीड़ में एक अजनबी का
सामना अच्च्छा लगा
सबसे च्छुपाकर वो किसी का
देखना अच्च्छा लगा
भीड़ में एक अजनबी का
सामना अच्च्छा लगा
सूरमाई आँखो के नीचे
फूल से खिलाने लगे
सूरमाई आँखो के नीचे
फूल से खिलाने लगे
फूल से खिलाने लगे
कहते कहते कुच्छ किसी का
सोचना अच्च्छा लगा
सबसे च्छुपाकर वो किसी का
देखना अच्च्छा लगा
भीड़ में एक अजनबी का
सामना अच्च्छा लगा
दिल में कितने आएहेड बँधे थे
भूलने के लिए
दिल में कितने आएहेड बँधे थे
भूलने के लिए
उसको भूलने के लिए
वो मिला तो सब इरादे
तोड़ना अच्च्छा लगा
सबसे च्छुपाकर वो किसी का
देखना अच्च्छा लगा
भीड़ में एक अजनबी का
सामना अच्च्छा लगा
दुश्मने जान है पर अमजद
मैं बुरा कैसे काहु
दुश्मने जान है पर अमजद
मैं बुरा कैसे काहु
मैं बुरा कैसे काहु
जब भी आया सामने
वो बेवफा अच्च्छा लगा
सबसे च्छुपाकर वो किसी का
देखना अच्च्छा लगा
भीड़ में एक अजनबी का
सामना अच्च्छा लगा.